खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाकर फिरोजाबाद से गाजीपुर पहुंचे सिपाही का एक और वीडियो वायरल, मेस और शौचालय की व्यवस्था की खोली पोल

यूपी के फिरोजाबाद में पुलिस लाइन के खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाकर सुर्खियों में आए सिपाही मनोज कुमार का तबादला गाजीपुर हो गया था। सिपाही ने अब गाजीपुर में पुलिसलाइन की व्यवस्था की पोल खोली है।
यूपी के फिरोजाबाद में पुलिस लाइन के खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाकर सुर्खियों में आए सिपाही मनोज कुमार का तबादला गाजीपुर हो गया था। सिपाही ने अब गाजीपुर में उसी तरह से पुलिस और पुलिसलाइन की व्यवस्था पर सवाल उठाया है। इसका वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में सिपाही गाजीपुर पुलिस लाइन के भोजनालय और शौचालय की साफ-सफाई की व्यवस्था की पोल खोल रहा है।
वीडियो में मनोज यह भी बता है कि मैं वही सिपाही हूं जिसने खाने की गुणवत्ता की बात कही तो बवाल हुआ था। सिपाही पहले भोजनालय में बिखड़े पड़े कूड़े तो दिखाता है फिर शौचालय में गंदगी दिखाते हुए गाजीपुर पुलिस लाइन की पूरी व्यवस्था को कटघरे में खड़ा करता है।
इससे पहले फिरोजाबाद में तैनाती के दौरान सिपाही ने वहां मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठाया था। खाने के साथ रोते हुए उसका वीडियो वायरल होने पर फिरोजाबाद से गाजीपुर स्थानांतरित कर दिया गया था। कुछ दिन पहले ही उसने गाजीपुर में आमद कराई थी। फिलहाल उसकी तैनाती पुलिसलाइन में ही है।
इसी बीच उसने यहां भी पुलिसलाइन की व्यवस्था पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। पुलिस लाइन के मेस में फैली गंदगी और शौचालय की बदहाल व्यवस्था का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया है। उसका वीडियो वायरल होने के बाद से अधिकारियों के हाथ पांव फूले हैं।
भोजन की थाली पुलिस लाइन से लाकर हाइवे पर रखा था
अलीगढ़ के रहने वाले मनोज ने फिरोजाबाद पुलिस लाइन तैनाती के दौरान अगस्त में पुलिस मेस के खाने पर सवाल उठाए थे। उसने खाने की थाली को पुलिस लाइन से उठाकर हाईवे पर लाकर रख दिया और कहा कि गुणवत्ताहीन खाना पुलिसकर्मियों को खिलाया जा रहा है। उनका स्वास्थ्य कैसे ठीक रह सकता है। सिपाही के आरोपों के बाद जहां अधिकारियों ने जांच का आदेश दे दिया था वहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी खाने की गुणवत्ता परखी गई थी। सिपाही को फिरोजाबाद से गाजीपुर स्थानांतरित भी कर दिया गया था।
अब गाजीपुर में भी सिपाही ने पुलिस लाइन की व्यवस्था पर सवाल उठा दिया है। माना जा रहा है कि एक बार फिर मामले की जांच होगी। हो सकता है व्यवस्था में सुधार हो जाए या पहले की तरह एक बार फिर मनोज पर तबादले की तलवार लटक जाए। इस बारे में फिलहाल अधिकारियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।