एक हफ्ते पहले ही हत्या का मन बनाया था, बोला आफताब- श्रद्धा की लीवर और आंत पहले ठिकाने लगाया

आरोपी आफताब ने कहा कि उस दिन श्रद्धा और मेरी लड़ाई हुई थी। मैं उसे मारने के लिए पूरी तह से तैयार था लेकिन तब ही अचानक वो भावुक हो गई और रोने लगी। इसलिए मैं थोड़ी देर के लिए रूक गया।
श्रद्धा वॉकर हत्याकांड ने दिल्ली को दहशत में डाल दिया। श्रद्धा को धारदार हथियार से कई टुकड़ों में काटने के आरोपी उसका लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला पुलिस के शिकंजे में आने के बाद कई खुलासे कर चुका है। अब उसने पुलिस को बताया है कि आखिर उसने श्रद्धा को मारने के बारे में कब सोचा यानी श्रद्धा को मारने के लिए वो कब मानसिक रूप से तैयार हो गया था। गुरुवार को न्यूज एजेंसी एएनआई ने पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा कि आफताब ने पूछताछ में बताया है कि उसने श्रद्धा की हत्या से एक हफ्ते पहले उसे मौत के घाट उतारने का मन बना लिया था।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि आफताब ने कहा, ’18 मई को हत्या से करीब एक हफ्ते पहले, मैंने श्रद्धा को मारने के बारे में मन बना लिया था। यहां तक कि उस दिन श्रद्धा और मेरी लड़ाई हुई थी। मैं उसे मारने के लिए पूरी तह से तैयार था लेकिन तब ही अचानक वो भावुक हो गई और रोने लगी। इसलिए मैं थोड़ी देर के लिए रूक गया।’ आफताब ने कहा कि विश्वसनीयता को लेकर उसकी पार्टनर उसपर संदेह करती थी। कई बार को गुस्सा भी होती थी और अक्सर दोनों के बीच झगड़ा भी होता था।
मुझ पर शक करती थी..
आफताब ने दिल्ली पुलिस को बताया है, ‘मैं अक्सर फोन पर किसी से बातचीत करता था। जिसकी वजह से उसे इस रिलेशनशिप को लेकर मेरे कमिटमेंट पर शक था। जब कभी भी वो मुझे फोन पर बात करते हुए पकड़ती थी तो वो काफी गुस्सा करती थी।’ आफताब ने आगे कहा, ‘मैं डर गया था कि अगर मैंने डेड बॉडी को कही भी फेंक दिया तो हो सकता था कि मैं पकड़ा जाऊं। मैं सारी रात गूगल पर यह सर्च करता रहा कि बिना किसी को शक हुए कैसे डेड बॉडी को डिस्पोज किया जाए। मैंने यह भी सर्च किया कि बॉडी के टुकड़े-टुकड़े करने के लिए मुझे किस प्रकार की चाकू की आवश्यकता पड़ेगी।’
आफताब ने वेब सीरिज और क्राइम से जुड़े शो देखने की बात भी कबूली है। उसने कहा, मुझे क्राइम पर वेब सीरिज और फिल्में देखने का शौक है। इस तरह के शो देखते हुए मुझे बॉडी पार्ट्स को सुरक्षित रखने और श्रद्धा के परिजनों और उसके दोस्तों की आंखों में धूल झोंकने का आइडिया मिला। किसी को कोई शक ना हो इसके लिए हत्या के बाद मैं श्रद्धा के इंस्टाग्राम पर पोस्ट डाला करता था। मैंने यह सबकुछ खुद ही किया है।’
सबसे पहले लीवर और आंत को ठिकाने लगाया
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी ने सबसे पहले श्रद्धा के लीवर और उसकी आंत के टुकड़े-टुकड़े कर उसे डिस्पोज किया। आफताब एक प्रशिक्षित सेफ था इसलिए उसे मालूम था कि चाकू का इस्तेमाल डेड बॉडी पर कैसे करना है। लीवर और आंत छतरपुर और महरौली के नजदीक जंगलों में फेंके गये।
बहरहाल सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी दी गई है कि पुलिस डेटिंग ऐप बम्बल से इस मामले में लिखित तौर से आफताब और उन लड़कियों के बारे में जानकारी मांग सकती है जिनसे आफताब हत्या के बाद मिला था। दिल्ली पुलिस यह सुनिश्चि कर लेना चाहती है क्या आफताब किसी अन्य लड़की को डेट कर रहा था और कही इसी वजह से श्रद्धा की हत्या तो नहीं की गई है।
श्रद्धा का सिर अभी नहीं मिला- सूत्र
दिल्ली पुलिस ने इससे पहले कहा था कि आफताब द्वारा ठिकाने लगाया गये 12 बॉडी पार्ट्स को बरामद किया गया है। आरोपी को छतरपुर इलाके के जंगलों में इन बॉडी पार्ट्स की खोजबीन के लिए लाया गया था। जो बॉडी पार्ट्स मिले हैं उसे अभी लैब में परीक्षण के लिए बेजा गया है। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि अभी मृतक लड़की का सिर नहीं मिला है।