Laxmi-Ganesh on Rupee: केजरीवाल के इस दांव से कांग्रेस को मिलेगी संजीवनी! पार्टी ने बनाई यह बड़ी योजना

Laxmi-Ganesh on Rupee: बीते सालों में हुए चुनावों के दौरान अरविंद केजरीवाल ने सॉफ्ट हिंदुत्व की ही राह पकड़ी हुई है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि इस बार जिस तरीके से अरविंद केजरीवाल ने लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाने की मांग कर डाली है, वह कांग्रेस को संजीवनी देने जैसा है…
अरविंद केजरीवाल ने जिस तरीके से गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों से पहले सॉफ्ट हिंदुत्व का दांव खेला है, उससे कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी तौर पर बड़ी हलचल मच गई है। कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि जितना अरविंद केजरीवाल हिंदुत्व का कार्ड चलेंगे कांग्रेस पार्टी के लिए अपने पुराने वोट बैंक को पाने का रास्ता उतना ज्यादा आसान होता जाएगा। हालांकि यह बात अलग है इसके लिए कांग्रेस को अपनी योजनाएं और रणनीति तो बनानी पड़ेगी। जिसके लिए पार्टी अभी पूरी तरीके से तैयार नहीं हो पाई है।
केजरीवाल ने पकड़ी सॉफ्ट हिंदुत्व की राह
बीते सालों में हुए चुनावों के दौरान अरविंद केजरीवाल ने सॉफ्ट हिंदुत्व की ही राह पकड़ी हुई है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि इस बार जिस तरीके से अरविंद केजरीवाल ने लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाने की मांग कर डाली है, वह कांग्रेस को संजीवनी देने जैसा है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि इस बात को मानने में कोई गुरेज नहीं है कि आम आदमी पार्टी गुजरात में जितनी मजबूती से लड़ेगी, उसका सबसे बड़ा आधार कांग्रेस का अपना पुराना वोट बैंक ही होगा। वह कहते हैं कि मुस्लिम समुदाय का कांग्रेस में न सिर्फ भरोसा था, बल्कि वह कांग्रेस की ताकत भी हुआ करता था। बदलते हालातों में मुस्लिम कांग्रेस से खिसकते चले गए और कांग्रेस भी कमजोर होती चली गई। उनका कहना है कि मुस्लिम वोट बैंक भाजपा के खाते में नहीं गया बल्कि छोटी-छोटी पार्टियों में इसका बंटवारा होता रहा। उनका दावा है कि गुजरात में आम आदमी पार्टी कांग्रेस के इसी वोट बैंक की दम पर मजबूत लड़ाई की बात कर रही है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने जिस तरीके से भारतीय रुपये पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाने की बात कहीं है, उसे हिंदुत्व के लिहाज से एक राजनीतिक दांव माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषक जटाशंकर सिंह कहते हैं कि आम आदमी पार्टी ने ऐसा करके भाजपा के ही वोट देंगे सेंधमारी करने की कोशिश की है। हालांकि यह आम आदमी पार्टी के लिहाज से यह प्रयोग सफल होगा या आम आदमी पार्टी को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा, यह कहना फिलहाल तो अभी मुश्किल है। लेकिन इसके सियासी मायने और गुणाभाग जरूर लगाए जाने लगे हैं। जटाशंकर सिंह कहते हैं भाजपा इसमें अपना फायदा देख रही है।
कांग्रेस से जुड़ रहा उसका कोर वोटर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी मानते हैं कि आम आदमी पार्टी में स्पष्ट रूप से यह बता दिया है कि वह भाजपा के ही पद चिन्हों पर आगे चल रही है। गुजरात कांग्रेस के नेता अरविंद पटेल कहते हैं कि भाजपा और आम आदमी पार्टी में कोई अंतर नहीं है। जिस विचारधारा पर भारतीय जनता पार्टी आगे बढ़ रही है, उसी पैटर्न पर आम आदमी पार्टी भी आगे बढ़ रही है। वह कहते हैं अरविंद केजरीवाल की इस मांग से स्पष्ट हो गया है कि आम आदमी पार्टी मुस्लिमों, दलितों और अन्य समुदाय के साथ न सिर्फ भेदभाव करती है, बल्कि उन्हें महज वोट बैंक ही समझती है। पटेल कहते हैं गुजरात चुनावों में उनकी पार्टी इस बात को जन-जन तक पहुंचाने के लिए लोगों तक पहुंच रही है।
गुजरात कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेता कहते हैं कि चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी का दिया गया यह बयान कांग्रेस के लिए ऑक्सिजन का काम करेगा। वह कहते हैं जिस बात को वे लगातार इलाकों में जाकर कहते थे, वही बात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भरे मंच से प्रेस कांफ्रेंस करके और प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर सही साबित कर दी है। कांग्रेस पार्टी के नेता पीएल पुनिया कहते हैं कि गुजरात में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी पूरी तरीके से एक्सपोज हो चुकी है। कांग्रेस का अपना कोर वोटर वापस पार्टी के साथ जुड़ रहा है।