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अब्बास को टिकट दिलाना अखिलेश की साजिश, राजभर बोले – वो हमारे विधायक नहीं

राजभर ने सदर विधायक अब्बास अंसारी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अब्बास अंसारी हमारे विधायक हैं ही नहीं. वह तो अखिलेश यादव के हैं. केवल विधिक तौर पर पार्टी का चुनाव चिन्ह लेने के कारण ही वह हमारी पार्टी के विधायक कहला रहे हैं.

सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ सदर से विधायक अब्बास अंसारी को अपना विधायक मानने से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि अब्बास को चुनाव में जरूर उन्होंने सुभासपा का टिकट दिया था, लेकिन यह सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की साजिश थी. अब्बास अखिलेश के विधायक हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) अब्बास को कस्टडी रिमांड में लेकर अपने प्रयागराज स्थित कार्यालय में पूछताछ कर रही है.

मऊ के एक अस्पताल में अपने जानने वाले एक मरीज को देखने पहुंचे राजभर ने संवाददाताओं से बातचीत की. उन्होंने सदर विधायक अब्बास अंसारी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अब्बास अंसारी हमारे विधायक हैं ही नहीं. वह तो अखिलेश यादव के हैं. केवल विधिक तौर पर पार्टी का चुनाव चिन्ह लेने के कारण ही वह हमारी पार्टी के विधायक कहला रहे हैं. अब्बास अपनी गाड़ी पर सपा का ही झंडा लगाकर घूमते थे.

अखिलेश यादव पर हमला

सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वह सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे थे. ऐसे में अखिलेश यादव ने डमी प्रत्याशियों को सुभासपा का टिकट दिलाकर उनकी पार्टी को खत्म करने का प्रयास किया.उन्होंने कहा, अखिलेश को बहुत घमंड हो गया था कि विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में उनकी सरकार बन रही है. इसलिए उन्होंने डमी उम्मीदवार देकर मुझे खत्म करने का प्रयास किया. कुछ जगहों पर बहुत कहने-सुनने के बाद ही मजबूत उम्मीदवारों को सुभासपा के कोटे से टिकट दिया गया.

सुभासपा को हराने की कोशिश

राजभर ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जहां जहां सुभासपा के उम्मीदवार मैदान में थे, सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने उन्हें हराने का प्रयास किया. उस समय वह गठबंधन में थे और भरोसे की वजह से उनकी चाल समझ नहीं पाए. बता दें कि सरकार नहीं बनने पर ओमप्रकाश राजभर गठजोड़ से अलग हो गए थे. उसके बाद से ही वह अखिलेश यादव पर हमलावर हैं.

12 में से छह सीटों पर मिली थी जीत

सुभासपा ने सपा नीत गठबंधन में शामिल होकर कुल 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इनमें से छह सीटों पर जीत हासिल हुई थी. सुभासपा के विजेता उम्मीदवारों में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी शामिल थे. पहले अब्बास का टिकट मुख्तार को ही दिया जाना था, लेकिन ऐन वक्त पर मुख्तार ने मना कर दिया. ऐसे में उनके बेटे अब्बास को टिकट देकर चुनाव लड़ाया गया था.

ईडी के शिकंजे में हैं अब्बास

विधायक अब्बास अंसारी फिलहाल धनशोधन के मामले में ईडी के शिकंजे में हैं. ईडी उन्हें एक सप्ताह के कस्टडी रिमांड पर लेकर प्रयागराज स्थित कार्यालय में पूछताछ कर रही है. उनके खिलाफगलत तरीके से हथियार खरीदने समेत कई अन्य आरोपों में मुकदमे दर्ज हैं. लंबे समय तक फरार रहने के बाद उन्होंने हाल ही में आत्मसमर्पण किया था.

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